मध्यरात्रि का भूतिया हादसा

यह घटना हिमाचल प्रदेश के एक पहाड़ी इलाके की है, जहां अक्सर लोग कहते हैं कि घने जंगलों के बीच एक रहस्यमय रास्ता है। वहां जो भी रात में गया, वह कभी सही-सलामत वापस नहीं आया।

यात्रा की शुरुआत

राहुल और उसके तीन दोस्त एक रोड ट्रिप पर निकले थे। रास्ता बेहद सुंदर था, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें रात होने से पहले जंगल से गुजरने के लिए मना किया। राहुल ने इसे अंधविश्वास मानकर नजरअंदाज कर दिया और अपनी गाड़ी चलाता रहा।

रात के करीब 11 बजे, उनकी गाड़ी एक घने जंगल के बीच से गुजर रही थी। चारों दोस्त मजाक-मस्ती कर रहे थे, तभी गाड़ी अचानक रुक गई। गाड़ी में पेट्रोल भरपूर था और इंजन में भी कोई समस्या नहीं दिख रही थी।

अजीब घटनाएं शुरू

राहुल और उसके दोस्त गाड़ी से बाहर निकले। चारों ने गाड़ी को धक्का देने की कोशिश की, लेकिन वह हिल भी नहीं रही थी। तभी अचानक उन्हें जंगल के अंदर किसी औरत के रोने की आवाज सुनाई दी।

आवाज सुनते ही चारों के रोंगटे खड़े हो गए। उनमें से एक दोस्त, अजय, ने कहा, “यहां कुछ गड़बड़ है। हमें वापस गाड़ी में बैठना चाहिए।” लेकिन राहुल ने हिम्मत दिखाते हुए कहा, “शायद कोई मुसीबत में है, हमें उसकी मदद करनी चाहिए।”

जंगल के अंदर का खौफ

चारों रोशनी की तलाश में जंगल के अंदर जाने लगे। जैसे-जैसे वे आगे बढ़ते गए, रोने की आवाज तेज होती गई। कुछ ही दूर चलने के बाद उन्होंने देखा कि सफेद कपड़े पहने एक औरत पेड़ के पास बैठी थी। उसकी पीठ उनकी तरफ थी, और वह रो रही थी।

राहुल ने हिम्मत करके पूछा, “आप कौन हैं? यहां इस वक्त क्या कर रही हैं?”

औरत ने कोई जवाब नहीं दिया। जैसे ही राहुल ने उसके कंधे पर हाथ रखा, वह औरत पलटी। उसका चेहरा बेहद डरावना था – उसकी आंखें सफेद थीं, चेहरा जले हुए जैसा लग रहा था, और उसके होंठों से खून टपक रहा था।

भागने की कोशिश

चारों दोस्त डर के मारे चीखते हुए उल्टी दिशा में भागने लगे। तभी वह औरत हवा में उड़ी और उनके सामने आ गई। उसने एक डरावनी आवाज में कहा, “यह जंगल तुम्हारा नहीं है, यहां से भाग जाओ।”

डर से कांपते हुए चारों किसी तरह अपनी गाड़ी तक पहुंचे। जैसे ही उन्होंने गाड़ी का दरवाजा खोला, गाड़ी अपने आप चालू हो गई। राहुल ने गाड़ी स्टार्ट की और तेजी से उस जगह से निकल गए।

गांव वालों की चेतावनी

अगली सुबह, जब वे पास के गांव में पहुंचे, तो उन्होंने वहां के बुजुर्गों को अपनी आपबीती सुनाई। एक बूढ़े आदमी ने बताया, “वह औरत इस जंगल में कई साल पहले मर गई थी। लोग कहते हैं कि उसे किसी ने यहां जिंदा जला दिया था। तब से उसकी आत्मा इस जंगल में भटक रही है। जो भी उसकी शांति भंग करता है, वह उसे सजा देती है।”

नतीजा

इस हादसे के बाद राहुल और उसके दोस्तों ने कभी भी रात में अनजान रास्तों पर जाने की हिम्मत नहीं की। कहते हैं, वह जंगल आज भी उतना ही रहस्यमय और डरावना है, और वहां से आज भी लोगों के चीखने की आवाजें सुनाई देती हैं।