Kalsrp Yog ke Prakar
कालसर्प योग के प्रकार, लाभ और हानि कालसर्प योग क्या होता है? कालसर्प योग (Kaal Sarp Yog) तब बनता है जब कुंडली के सभी ग्रह राहु और केतु के बीच…
कालसर्प योग के प्रकार, लाभ और हानि कालसर्प योग क्या होता है? कालसर्प योग (Kaal Sarp Yog) तब बनता है जब कुंडली के सभी ग्रह राहु और केतु के बीच…
कुंडली में कितने प्रकार के योग होते हैं? ज्योतिष में योग (Yog) का बहुत बड़ा महत्व होता है। कुंडली में ग्रहों की स्थिति और उनके आपसी संबंध से कई शुभ…
कुंडली से भाई-बहनों की संख्या कैसे जानें? ज्योतिष में भाई-बहनों की संख्या जानने के लिए कुंडली के तीसरे (3rd) और ग्यारहवें (11th) भाव, उनके स्वामी ग्रहों और अन्य महत्वपूर्ण योगों…
कुंडली में भाई-बहन को कैसे देखें? ज्योतिष में जन्म कुंडली के माध्यम से भाई-बहनों (Siblings) से संबंधित जानकारी प्राप्त की जा सकती है। इसके लिए मुख्य रूप से तीसरा भाव…
राशियाँ और उनके गुरु ग्रह (Swami Grah) का विवरण ज्योतिष में 12 राशियाँ होती हैं और प्रत्येक राशि का एक स्वामी ग्रह (गुरु ग्रह) होता है। नीचे सभी राशियों और…
12 राशियों के नाम हिंदी और अंग्रेज़ी में: 12 Rashi 1️⃣ मेष (Aries) ♈2️⃣ वृषभ (Taurus) ♉3️⃣ मिथुन (Gemini) ♊4️⃣ कर्क (Cancer) ♋5️⃣ सिंह (Leo) ♌6️⃣ कन्या (Virgo) ♍7️⃣ तुला…
वैदिक ज्योतिष में कुल 12 राशियाँ होती हैं, जो व्यक्ति के जन्म समय में चंद्रमा की स्थिति के आधार पर निर्धारित की जाती हैं। ये राशियाँ निम्नलिखित हैं: 12 राशियों…
आधुनिक विधि से नाड़ी परीक्षा (Modern Pulse Examination) में पारंपरिक नाड़ी परीक्षण को वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टिकोण से किया जाता है। इसमें विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का उपयोग किया जाता…
ग्रह मैत्री (Graha Maitri) गुण मिलान में पाँचवें स्थान पर आता है और इसका उद्देश्य वर और कन्या की मानसिक संगति और आपसी समझ को देखना होता है। ग्रह मैत्री…
योनि (Yoni) गुण मिलान में चौथे स्थान पर आता है और यह वर और कन्या के बीच शारीरिक और यौन संगति को दर्शाता है। योनि मिलान का योगदान 4 गुणों…