वास्तु दोषों को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:

  1. मुख्य द्वार:
    • मुख्य द्वार पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं।
    • मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं।
  2. पूजा स्थल:
    • पूजा स्थल को घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
    • नियमित रूप से पूजा और ध्यान करें।
  3. पानी का स्थान:
    • पानी की टंकी या जलस्रोत को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
  4. रसोई घर:
    • रसोई घर को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
    • खाना बनाते समय मुख पूर्व दिशा की ओर हो।
  5. शयन कक्ष:
    • शयन कक्ष को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें।
    • सोते समय सिर दक्षिण दिशा की ओर रखें।
  6. क्लटर हटाएं:
    • घर में अनावश्यक वस्त्र, टूटे-फूटे सामान न रखें।
    • नियमित रूप से सफाई करें और घर को सुसज्जित रखें।
  7. धातु के प्रयोग:
    • तांबे, चांदी और पीतल की वस्तुओं का प्रयोग करें।
    • घर के मुख्य द्वार पर तांबे का पात्र रखें जिसमें पानी रखें।
  8. रंगों का महत्व:
    • घर की दीवारों पर हल्के और सकारात्मक रंगों का प्रयोग करें।
    • लाल और काले रंग के प्रयोग से बचें।
  9. पौधे और हरे-भरे स्थान:
    • घर के अंदर और बाहर पौधे लगाएं, विशेषकर तुलसी और मनी प्लांट।
  10. संगीत और घंटियों का प्रयोग:
    • घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए संगीत और घंटियों का प्रयोग करें।

अगर आप किसी विशेष वास्तु दोष के बारे में पूछना चाहते हैं तो कृपया विस्तृत जानकारी दें।