![Remedy for vastu](https://vedmantra.in/wp-content/uploads/2024/12/vastu-remedies-250x250-1.webp)
वास्तु दोषों को दूर करने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- मुख्य द्वार:
- मुख्य द्वार पर स्वस्तिक का चिन्ह बनाएं।
- मुख्य द्वार पर तुलसी का पौधा लगाएं।
- पूजा स्थल:
- पूजा स्थल को घर के उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
- नियमित रूप से पूजा और ध्यान करें।
- पानी का स्थान:
- पानी की टंकी या जलस्रोत को उत्तर-पूर्व दिशा में रखें।
- रसोई घर:
- रसोई घर को दक्षिण-पूर्व दिशा में रखें।
- खाना बनाते समय मुख पूर्व दिशा की ओर हो।
- शयन कक्ष:
- शयन कक्ष को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखें।
- सोते समय सिर दक्षिण दिशा की ओर रखें।
- क्लटर हटाएं:
- घर में अनावश्यक वस्त्र, टूटे-फूटे सामान न रखें।
- नियमित रूप से सफाई करें और घर को सुसज्जित रखें।
- धातु के प्रयोग:
- तांबे, चांदी और पीतल की वस्तुओं का प्रयोग करें।
- घर के मुख्य द्वार पर तांबे का पात्र रखें जिसमें पानी रखें।
- रंगों का महत्व:
- घर की दीवारों पर हल्के और सकारात्मक रंगों का प्रयोग करें।
- लाल और काले रंग के प्रयोग से बचें।
- पौधे और हरे-भरे स्थान:
- घर के अंदर और बाहर पौधे लगाएं, विशेषकर तुलसी और मनी प्लांट।
- संगीत और घंटियों का प्रयोग:
- घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए संगीत और घंटियों का प्रयोग करें।
अगर आप किसी विशेष वास्तु दोष के बारे में पूछना चाहते हैं तो कृपया विस्तृत जानकारी दें।